Saturday, 26 March 2016

हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने इरशाद फ़रमाया :
"जिन्नात की तीन किस्में है , एक वह जो हर समय फ़िज़ा में घूमते रहते है 
दूसरी वह जो साँपो और कुत्तो की शक्ल में रहती है , तीसरी किस्म वह है जो 
जमीन पर किसी जगह क़याम करती है या खानाबदोशी को हालत में रहती है।"

(तबरानी और हाकिम ने इसे नक़ल किया है)  

No comments: