Tuesday, 22 March 2016

शिर्क असगर (छोटा शिर्क)

महमूद इब्ने लुबैद र. अ से रिवायत है कि रसूले अकरम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया :
"मैं तुम्हारे बारे में जिस बात से ज्यादा डरता हूँ वह छोटा शिर्क है।
सहाबा ने अर्ज़ किया या रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ! छोटा शिर्क क्या है ?
आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने इरशाद फ़रमाया : रिया (दिखावा)
बेशक हश्र के दिन जब अल्लाह तआला हिसाब फरमाएगा और लोगो को बदला दिया जायेगा तो वे दिखावा करने वालो से कहेगा : उन्ही के पास जाओ जिनकी खातिर तुम दुनिया में दिखवा करते थे और देखो वे तुम्हे क्या सवाब देते है।
(बेहक़ी और तबरानी ने इसे अहमद से रिवायत किया है। )

छोटा शिर्क (शिर्क असगर)
अमावस की रात में एक काले पत्थर पर चलने वाली काली चींटी से भी ज्यादा नाकाबिले शनाख्त है।
(इसे इब्ने अबी हातिम ने रिवायत किया है और तेसिरुल अज़ीज़िल हमीद ने नक़ल किया है )


रिया (दिखावा) उसे कहते है कि कोई व्यक्ति किसी भी किस्म की इबादत इस भावना से करे कि लोग इसे देखे और उसकी प्रशंसा करे।
दिखावे की भावना से मजहबी अरकान की अदायगी एक बुराई है जिसको करने से हर मोमिन को बचना चाहिए। 

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