Tuesday, 15 March 2016

हज़रत उस्मान गनी र.अ. के चंद कौल
1 उसने अल्लाह का हक़ नहीं जाना जिसने लोगो का हक़ नहीं जाना
2 हक़ीर से हक़ीर पेशा इख़्तियार करना हाथ फैलाने से बेहत्तर है
3 गरीब का एक रुपये खैरात करना दौलतमंद के एक लाख रुपये खैरात
करने से बेहत्तर है।
4 अपने रब के सिवा किसी से उम्मीद न रखो।
5 गुनाह किसी न किसी सूरत में दिल को बेक़रार रखता है।
6 सबसे बुरा आदमी वह है जो लोगो की बुराईया करता फिरे। 

No comments: