रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया :
"हज हर कमज़ोर का ज़िहाद है"
{सुनन इब्ने माज़ा 2902,अब्वाब अल मनासिक}
उम्मते मुस्लिमा का कामयाब गिरोह
अबु हुरैरा र. अ. कहते है कि
रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया :
"मेरी उम्मत में एक गिरोह हमेशा अल्लाह के हुक़्म (दीन) पर कायम रहने वाला होगा,
उसकी मुखालफत करने वाला उसका कुछ ना बिगाड़ सकेगा।"
(सुनन इब्ने माज़ा ,हदीस न. 7)
क़ुरआन में शक करना
अहमद बिन हम्बल,यज़ीद,मुहम्मद बिन उमरु , अबु सलमा,हज़रत अबु हुरैरा र. अ. से रिवायत है कि
रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया :
"क़ुरआन करीम में शक करके झगड़ना कुफ्र है"
{सुनन अबु दाऊद हदीस न. 4603}
No comments:
Post a Comment