अप्रैल फूल डे (मुर्ख दिवस का महीना)
{यहूद व नसारा की तरफ से झूट बोलने के लिए मख़्सूस दिन)
और झूट की नहूसत
हज़रत अब्दुल्लाह बिन उमर र. अ. से रिवायत है कि
रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया :
" जब कोई झूट बोलता है तो झूट की बदबू की वजह से
रहमत का फरिश्ता एक मील दूर चला जाता है। "
{सुनन तिर्मिज़ी : 1972}
{यहूद व नसारा की तरफ से झूट बोलने के लिए मख़्सूस दिन)
और झूट की नहूसत
हज़रत अब्दुल्लाह बिन उमर र. अ. से रिवायत है कि
रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया :
" जब कोई झूट बोलता है तो झूट की बदबू की वजह से
रहमत का फरिश्ता एक मील दूर चला जाता है। "
{सुनन तिर्मिज़ी : 1972}
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