सवाल
मुर्दा लोगो और जो हमारे नजदीक नहीं है उनसे माँगना कैसा है ?
जवाब
" अल्लाह को छोड़कर किसी को न पुकारो, जो तुम्हे न नफा पहुँचा सकते है
और न नुकसान। अगर तुमने ऐसा किया तो ख़बरदार ! यकीनी तौर पर
तुम्हारा शुमार जालिमो में होगा। "
( अल-क़ुरआन )
फैसला सिर्फ क़ुरआन व हदीस का ही चलेगा
"अगर उम्मत के हाकिम ( ईमाम/लीडर/काईद ) अल्लाह तआला
की किताब से फैसले न करे तो अल्लाह तआला उनको ऐसी सख्त
सजा ( अज़ाब) देगा कि वो आपस में लड़ेंगे।"
( इब्ने माज़ा )
क्या मौजूदा मुस्लिम उम्मत में शिर्क पाया जाता है ?
क़ुरआन
" और उनमे बहुत से अल्लाह पर ईमान नहीं रखते , मगर शिर्क के साथ। "
( सूरह युसूफ - 106 )
हदीस
अल्लाह के रसूल ﷺ ने फ़रमाया :
"क़यामत की घडी नहीं आएगी, यहाँ तक कि मेरी उम्मत के कबीले
मुशरिकों की तरह काम करने लगे और बुत्तो की इबादत करने लगे। "
( तिर्मिज़ी )
मुर्दा लोगो और जो हमारे नजदीक नहीं है उनसे माँगना कैसा है ?
जवाब
" अल्लाह को छोड़कर किसी को न पुकारो, जो तुम्हे न नफा पहुँचा सकते है
और न नुकसान। अगर तुमने ऐसा किया तो ख़बरदार ! यकीनी तौर पर
तुम्हारा शुमार जालिमो में होगा। "
( अल-क़ुरआन )
फैसला सिर्फ क़ुरआन व हदीस का ही चलेगा
"अगर उम्मत के हाकिम ( ईमाम/लीडर/काईद ) अल्लाह तआला
की किताब से फैसले न करे तो अल्लाह तआला उनको ऐसी सख्त
सजा ( अज़ाब) देगा कि वो आपस में लड़ेंगे।"
( इब्ने माज़ा )
क्या मौजूदा मुस्लिम उम्मत में शिर्क पाया जाता है ?
क़ुरआन
" और उनमे बहुत से अल्लाह पर ईमान नहीं रखते , मगर शिर्क के साथ। "
( सूरह युसूफ - 106 )
हदीस
अल्लाह के रसूल ﷺ ने फ़रमाया :
"क़यामत की घडी नहीं आएगी, यहाँ तक कि मेरी उम्मत के कबीले
मुशरिकों की तरह काम करने लगे और बुत्तो की इबादत करने लगे। "
( तिर्मिज़ी )
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