Wednesday, 24 December 2014

मुसलमान वह है जिसकी ज़ुबान और हाथ से मुसलमान (इंसान) महफूज़ रहे। "

"(सच्चा) मुसलमान वह है जिसकी ज़ुबान और हाथ से मुसलमान (इंसान) महफूज़ रहे। " (बुखारी )

हज़रत सुफियान बिन अब्दुल्लाह सकफी र. अ. ने एक बार हज़रत मुहम्मद सल्लल्ललाहु अलैहि वसल्लम से पूंछा की मेरे लिए जो चीज़े नुकसानदेह है उनमे सबसे ज्यादा नुकसानदेह चीज़ कौनसी है ?
हज़रत मुहम्मद सल्लल्ललाहु अलैहि वसल्लम ने अपनी ज़ुबान पकड़ी और कहा ,
"यह"
(हदीस - तिर्मिज़ी )

  हज़रत मुहम्मद सल्लल्ललाहु अलैहि वसल्लम ने यह एलान किया -
"जो व्यक्ति अपने दोनों जबड़ों और अपनी दोनों टाँगो के बीच की चीज़ों (ज़ुबान व गुप्तांग ) की जमानत दे तो मैं उसके लिए ज़न्नत की गारण्टी देता हूँ। " (हदीस - बुखारी )

No comments: