Thursday, 18 September 2014

musalman ke musalman par 5 haq

रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया की :

"मुसलमान के मुसलमान पर 5 हक़ है।"
1 (जब मिले तो उसे सलाम कहे ) या उसके सलाम का जवाब दे।
2 जब बीमार हो तो उसका हाल पूंछे।
3 जब मर जाये तो उसका जनाज़ा पढ़े।
4 जब दावत दे तो उसे क़ुबूल करे।
5 अगर वह छींक पर (अल्हम्दुलिल्लाह) कहे तो, जवाब में (यरहमुकल्लाह) कहे। "

(बुखारी, अलजनाइज़ , हदीस 1240 मुस्लिम, सलाम , हदीस 2162 )

No comments: