सवाल : दीने इस्लाम में बिदअते हसना है ?
जवाब : दीने इस्लाम में बिदअते हसना हरगिज़ नहीं है। क्योंकी दीने इस्लाम में हर बिदअत गुमराही है।
फरमाने इलाही : आज मेने तुम्हारे लिए तुम्हारे दीन को पूरा कर दिया है और नेअमत तुम पर तमाम कर दी है और तुम्हारे लिए इस्लाम को तुम्हारे दीन की हैसियत से पसंद कर है।
(सूरह माइदाः , पारा 6 , आयत न. 3 )
जवाब : दीने इस्लाम में बिदअते हसना हरगिज़ नहीं है। क्योंकी दीने इस्लाम में हर बिदअत गुमराही है।
फरमाने इलाही : आज मेने तुम्हारे लिए तुम्हारे दीन को पूरा कर दिया है और नेअमत तुम पर तमाम कर दी है और तुम्हारे लिए इस्लाम को तुम्हारे दीन की हैसियत से पसंद कर है।
(सूरह माइदाः , पारा 6 , आयत न. 3 )
No comments:
Post a Comment