हज़रत आईशा र. अ. फरमाती है :
"मुझसे सवाल किया गया था की अल्लाह के नबी अलैहि वसल्लम घर में कैसे रहा करते थे , (तो सुनो ) आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम घरेलु काम-काज घरवालो की मदद थे , और जब आप अज़ान की आवाज़ सुनते तो मस्जिद तशरीफ़ ले जाते।"
(बुखारी , 5048 )
"मुझसे सवाल किया गया था की अल्लाह के नबी अलैहि वसल्लम घर में कैसे रहा करते थे , (तो सुनो ) आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम घरेलु काम-काज घरवालो की मदद थे , और जब आप अज़ान की आवाज़ सुनते तो मस्जिद तशरीफ़ ले जाते।"
(बुखारी , 5048 )
No comments:
Post a Comment