Monday, 8 September 2014

हज़रत आईशा र. अ. फरमाती है :
"मुझसे सवाल किया गया  था की अल्लाह के नबी  अलैहि वसल्लम घर में कैसे रहा करते थे , (तो सुनो ) आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम घरेलु काम-काज  घरवालो की मदद  थे , और जब आप अज़ान की आवाज़ सुनते तो मस्जिद तशरीफ़ ले जाते।"
(बुखारी , 5048 )

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