Friday, 24 July 2020

हसन बसरी र.अ.

फ़ित्ना जब सर उठाता है तो हर  आलिम उसे पहचान लेता है और जब चला जाता है तब जाहिल को पता चलता है कि यह फ़ित्ना था...(ह़सन बस़्री रह०अ०)

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