Monday, 28 March 2016


✦ अबू हुरैरा रदी अल्लाहू अन्हु से रिवायत है की अबू अल-क़ासिम (यानी रसूल-अल्लाह) सलअल्लाहू अलैही वसल्लम ने फरमाया ज़ूमा में एक घड़ी ऐसी आती है की जो मुसलमान भी उस वक़्त खड़ा होकर नमाज़ पढ़े और अल्लाह से कोई खैर माँगे तो अल्लाह सुबहानहु उसको ज़रूर देगा
📚सही बुखारी, जिल्द 6, 5294
✦ जाबिर रदी अल्लाहू अन्हु से रिवायत है की रसूल-अल्लाह सलअल्लाहू अलैही वसल्लम ने फरमाया ज़ूमा का दिन 12 घंटे का है जिसमे कोई मोमीन बंदा अल्लाह सुबहानहु से कुछ माँगे तो अल्लाह उसको ज़रूर अता फरमाते है , तुम लोग उसको असर के बाद आखरी वक़्त में तलाश करो
📚सुनन नसाई, जिल्द1,1392-सही
✦ अनस बिन मलिक रदी अल्लाहू अन्हु से रिवायत है की रसूल-अल्लाह सलअल्लाहू अलैही वसल्लम ने फरमाया ज़ूमा के दिन (दुआ क़ुबूल होने की) वो मुबारक घड़ी को असर और गुरुब ए आफताब (यानि मगरिब) के दरमियान तलाश करो
📚जामिया तिरमिज़ी, जिल्द 1, 471-सही

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