सवाल - मुझे हर साल में किस पर भरोसा करना चाहिए?
जवाब - बेशक मेरा वली (दोस्त) तो सिर्फ अल्लाह है, जिसने किताब नाज़िल फ़रमाई और वह इस्लाह (सुधार) करने वालों की हिमायत फ़रमाता है। (सूरह आराफ - 7:96)
और अगर झगड़ा डालने के लिए शैतान तुम को उकसाने लगे तो उसकी शरारत से बचने के लिए अल्लाह का सहारा हासिल करो। यक़ीनन वहीँ सुनने वाला और सब कुछ जानने वाला है। (सूरह आराफ - 7:200)
जवाब - बेशक मेरा वली (दोस्त) तो सिर्फ अल्लाह है, जिसने किताब नाज़िल फ़रमाई और वह इस्लाह (सुधार) करने वालों की हिमायत फ़रमाता है। (सूरह आराफ - 7:96)
और अगर झगड़ा डालने के लिए शैतान तुम को उकसाने लगे तो उसकी शरारत से बचने के लिए अल्लाह का सहारा हासिल करो। यक़ीनन वहीँ सुनने वाला और सब कुछ जानने वाला है। (सूरह आराफ - 7:200)
No comments:
Post a Comment