Thursday, 25 December 2014

(अकेला न खाए,बल्कि किसी के साथ में खाए )
एक शख्स ने रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम सवाल किया , हम खाते है,लेकिन पेट नहीं भरता है? आपने पूंछा ,"एक साथ खाते हो या अलग-अलग खाते हो?
उसने जवाब दिया ,'अलग-अलग खाते है। '
आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लमने कहा,"एक होकर खाना खाओ,और अल्लाह का नाम लो, अल्लाह तुम्हारे खाने में बरकत देगा। " (सहीह इब्ने हिब्बान)

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