सफाई और पवित्रता से मुहब्बत :मुहाजिर बिन कुंफुज़ र. अ. फरमाते है की :
मैं नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के पास से गुज़रा आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम पेशाब कर रहे थे , मेने आप सल्लललाहु अलैहि वसल्लम को सलाम किया , लेकिन आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने जवाब नहीं दिया , फिर आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने वुज़ू मेरे सलाम का जवाब दिया और यूँ क्षमा चाहते हुए कहा की "मुझे अच्छा नहीं लगा की मैं नापाकी की हालत में अल्लाह का नाम लूं। "(इब्ने खुज़ैमा 206 )
मैं नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के पास से गुज़रा आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम पेशाब कर रहे थे , मेने आप सल्लललाहु अलैहि वसल्लम को सलाम किया , लेकिन आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने जवाब नहीं दिया , फिर आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने वुज़ू मेरे सलाम का जवाब दिया और यूँ क्षमा चाहते हुए कहा की "मुझे अच्छा नहीं लगा की मैं नापाकी की हालत में अल्लाह का नाम लूं। "(इब्ने खुज़ैमा 206 )
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