हक़ बात - सबके साथ
अजीब फतवा
अहमद रज़ा बरेलवी साहब इरशाद फरमाते है :
"उल्माए दीन जूता शरीफ, रोज़क शरीफ, हुजूर सय्यदुल बशर के नक़्शे
"उल्माए दीन जूता शरीफ, रोज़क शरीफ, हुजूर सय्यदुल बशर के नक़्शे
कागजो पर बनाने और उनको बोसा देने,आँखों से लगाने और सर पर रखने
का हुक्म फरमाते रहे। "
(मजमुआ रसाईल - 144)
अहमद रज़ा बरेलवी का अजीब फतवा
"औलिया के मज़ारों (क़ब्रो) पर नमाज़ पढ़ना और उनकी रूहो से
मदद माँगना बरकत का कारण है। "
(फतावा रज़विया :2 - 333 )
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